मैं बलिदान किया करता हूँ, जीवन यूँ ही जिया करता हूँ ... मैं बलिदान किया करता हूँ, जीवन यूँ ही जिया करता हूँ ...
तुम्हारा नाम लिखते लिखते दिल के पन्ने भी कम पड़ गऐ ---- सोचा है लिखूँ मैं हवाओं पर नैनों से नाम तेरा... तुम्हारा नाम लिखते लिखते दिल के पन्ने भी कम पड़ गऐ ---- सोचा है लिखूँ मैं हवाओं ...
पत्थर को खुदा और खुदा को पत्थर बना सकती है। पत्थर को खुदा और खुदा को पत्थर बना सकती है।
शिवम कहने को रिश्ते न कोई अब प्यार रहे। शिवम कहने को रिश्ते न कोई अब प्यार रहे।
सहेज कर रखती हूँ जिदंगी की किताब के लम्हे, कलम से टंकित करती हूँ। सहेज कर रखती हूँ जिदंगी की किताब के लम्हे, कलम से टंकित करती हूँ।
शब्द रूपी माला में बिंधकर अंकित रहेंगे मेरी कविताओं में। शब्द रूपी माला में बिंधकर अंकित रहेंगे मेरी कविताओं में।